Punjab Ayurveda digital initiative 2025: डिजिटल आयुर्वेद से बदलेगी हेल्थकेयर और टूरिज़्म की तस्वीर

2025 में पंजाब सरकार ने E-Yog app, एक आधिकारिक आयुर्वेद पोर्टल, और IRA Chamber of Ayurveda जैसी पहलों को लॉन्च किया है, ताकि परंपरागत आयुर्वेद और आधुनिक टेक्नोलॉजी को जोड़कर आम लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएँ बेहतर तरीके से पहुंचाई जा सकें।

प्लेटफ़ॉर्म / पहल मुख्य उद्देश्य और फ़ीचर
E-Yog Punjab app योग, आयुर्वेदिक सलाह, वीडियो कंटेंट और डोशा असैसमेंट उपलब्ध कराना
आयुर्वेद पोर्टल + डायरेक्टरी वेरिफाइड क्लीनिक और वैद्य सूची, गाइडलाइंस, कंटेंट संसाधन
IRA Chamber of Ayurveda इंडस्ट्री, रिसर्च और अकादमी को जोड़ना, मानक और प्रमाणन देना

अभी क्यों है सही वक्त?

क्लीनिक और स्टार्टअप्स के लिए नए मौके

अब कोई भी क्लीनिक या वैद्य अपना नाम https://ayboard.in पर रजिस्टर कर सकता है। इससे उनका नाम पोर्टल की डायरेक्ट्री में जाएगा और मरीजों का भरोसा बढ़ेगा।

स्टार्टअप्स अगर डिजिटल डोशा एनालिसिस या वेलनेस प्रोडक्ट्स बना रहे हैं, तो उन्हें IRA Chamber से रिसर्च वेरिफिकेशन मिलेगा।

डॉक्टरों की जुबानी: उम्मीद और चुनौतियाँ

  • डॉ. मीरा सिंह (लुधियाना): “अब जब हमारी वेरिफाइड लिस्टिंग पोर्टल पर होगी, मरीजों को पता चलेगा कि कौन वैद्य भरोसेमंद है। E-Yog ऐप से दूरदराज़ तक हमारी पहुँच बढ़ेगी।”
  • राजत गुप्ता (स्टार्टअप फाउंडर, अमृतसर): “हम एक डिजिटल डोशा टूल बना रहे हैं। अगर IRA के साथ साझेदारी हो जाए तो रिसर्च बैकिंग और मार्केट एक्सपोज़र दोनों मिलेंगे।”
  • हरप्रीत कौर (पंचकर्म सेंटर, मोहाली): “विदेशी टूरिस्ट्स अक्सर हमसे संपर्क नहीं कर पाते थे। अब पोर्टल से हमारी रिट्रीट्स सीधे बुक हो सकेंगी।”

चुनौतियाँ और समाधान

  • डिजिटल डिवाइड → SMS आधारित सर्विस और हेल्थ कियोस्क
  • भरोसा व गुणवत्ता → वेरिफिकेशन और रिव्यू सिस्टम
  • डेटा सुरक्षा → सख़्त नियम और सिक्योर ऐप आर्किटेक्चर

  • वित्तीय मॉडल → सब्सक्रिप्शन + सरकारी सपोर्ट

पंजाब की नई पहचान: वेलनेस टूरिज़्म

केरल की तरह पंजाब भी अब वेलनेस टूरिज़्म में पहचान बना सकता है।
कल्पना करो, अमृतसर आने वाला टूरिस्ट अब स्वर्ण मंदिर देखने के बाद सीधे एक पंचकर्म रिट्रीट बुक कर पाएगा।

Punjab Ayurveda digital initiative 2025 और E-Yog Punjab app सिर्फ़ प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि पंजाब की नई पहचान बनने जा रही हैं।

👉 क्लीनिक और स्टार्टअप्स को अभी से रजिस्ट्रेशन और डिजिटल तैयारी करनी चाहिए।
👉 मरीजों और टूरिस्ट्स को अब एक क्लिक पर असली आयुर्वेद का अनुभव मिलेगा।

पंजाब जल्द ही “डिजिटल आयुर्वेद की धरती” कहलाएगा।

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